पंजाब में बेमौसम मॉनसून: विनाशकारी बाढ़ जारी

Sep 01, 2025, 11:17

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पंजाब में अगस्त 2025 में असामान्य रूप से तेज और व्यापक मॉनसून बारिश ने राज्य को लगभग 37 वर्षों में सबसे भयंकर बाढ़ की स्थिति से जूझने पर मजबूर कर दिया है। राज्य के आठ जिलों—जिनमें गurdaspur, Pathankot, Hoshiarpur, Kapurthala, Ferozepur, Fazilka, Amritsar और Tarn Taran शामिल हैं—में 1,000 से अधिक गाँव जलमग्न हो चुके हैं और लगभग 61,000 हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि पानी में डूबी है। अनुमानित रूप से 1.46 मिलियन व्यक्ति प्रभावित हुए हैं और बड़ी संख्या में लोगों का विस्थापन हुआ है।
इस बाढ़ का कारण मुख्य रूप से हिमाचल प्रदेश और जम्मू एवं कश्मीर में अतिवृष्टि और बाद में भाखरा, रंजीत सागर तथा पोंग जैसे बांधों से पानी की अत्यधिक रिहाई था, जिसने सतलुज और व्यास नदियों में जोरदार उभार ला दिया।
प्रतिक्रिया के तौर पर भारतीय सेना, NDRF, BSF, SDRF और स्थानीय प्रशासन सक्रिय हो उठे। Gurdaspur में सेना ने हेलीकॉप्टर की मदद से कई लोगों और पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। लगभग 11,330 लोग बचाए गए, 87 राहत शिविरों में विस्थापित लोगों को आश्रय मिला, ड्रोन से दूरदराज इलाकों में दवाइयां और भोजन पहुंचाया गया और अमृतसर में इलाक़ी सहायता अभियानों की शुरुआत की गई।