उत्तर प्रदेश: महिलाओं के खिलाफ अपराध दर राष्ट्रीय औसत से 11% कम

Oct 04, 2025, 11:27

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लखनऊ। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के ताज़ा आंकड़ों में उत्तर प्रदेश ने महिलाओं की सुरक्षा के मोर्चे पर उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया है। रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध दर राष्ट्रीय औसत से 11 प्रतिशत कम है।

देशभर में महिलाओं के खिलाफ औसत अपराध दर 66.2 प्रति लाख दर्ज की गई है, जबकि उत्तर प्रदेश में यह दर 58.6 प्रति लाख है। यह अंतर राज्य में हाल के वर्षों में चलाए गए अभियानों और कड़ी कार्रवाई का परिणाम माना जा रहा है।

प्रदेश सरकार की “मिशन शक्ति” पहल, महिला हेल्पलाइन नंबर 1090, पिंक बूथ और महिला बीट पुलिस जैसी व्यवस्थाओं ने पीड़िताओं को सुरक्षा और त्वरित मदद दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। साथ ही, एंटी-रोमियो स्क्वॉड और महिला सुरक्षा पर विशेष बल की तैनाती ने भी अपराधियों पर सख्ती दिखाई है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस उपलब्धि पर कहा कि “उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमारी सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। अपराधियों पर कठोर कार्रवाई और त्वरित न्याय से ही अपराध दर में गिरावट आई है।”
विशेषज्ञों का मानना है कि यह आंकड़े उत्साहजनक हैं, लेकिन महिला सुरक्षा को लेकर समाज में जागरूकता और मानसिकता में बदलाव भी उतना ही आवश्यक है। साथ ही, ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में जागरूकता अभियान, शिक्षा और आर्थिक सशक्तिकरण से महिलाओं को और मजबूती मिल सकती है।
एनसीआरबी के अनुसार, उत्तर प्रदेश ने 2022 और 2023 की तुलना में भी महिलाओं के खिलाफ अपराधों में कमी दर्ज की है। हालांकि, महिला संगठनों ने कहा है कि “कमी का दावा सही है, लेकिन अभी लंबा रास्ता तय करना बाकी है।”